छोड़ देती है चिड़िया अपने अजन्मे अण्डे को, गिरा देती है घोंसले से नीचे, अगर कोई दुष्ट बच्चा छू ले तो! बचपन में मां ने यही तो बताया था, मेरी गुस्ताख़ दोपहरों के उन रोमाचंक पलों में, जब मैं दबे पांव उनके पास से उठकर, मेज़ और उस पर कुर्सी चढ़ा कर रोशनदान में रखे घोंसले में झांक कर गौरेय्या के अण्डे देखा करती थी।